फौजी परिवार के संघर्ष की कहानी है फ़िल्म "फौजा" -अर्चना सिनेप्लेक्स में हुआ फ़िल्म का प्रीमियर, लोगों ने जमकर सराहा
जालौन (उत्तर प्रदेश)। एक फौजी के जीवन की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म फौजा सिर्फ किसी सैनिक को ही नहीं बल्कि एक आम इंसान को भी झकझोर कर रख देने वाली कहानी है। इस फिल्म में एक फौजी के संघर्ष को दर्शाया गया है जो किस तरह ना सिर्फ देश की सेवा करता है बल्कि अपने घर परिवार के लिए भी संघर्ष करता है। फिल्म में बेहतरीन डायलॉग लिखे गए हैं। इसके साथ ही फिल्म का डायरेक्शन भी लाजवाब है फिल्म का क्लाइमैक्स तो मानो आपको रुला ही देगा। परिवार के साथ देखने लायक फ़िल्म काफी समय बाद जनपद जालौन के रुपहले पर्दे पर आई है।
शुक्रवार को उरई शहर के अर्चना सिनेप्लेक्स में फिल्म का प्रीमियर रखा गया था। जहां उरई नगर पालिका चेयरमैन प्रतिनिधि विजय चौधरी व बीजेपी शिक्षक नेता अशोक राठौर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। जहां फिल्म की टीम ने फिल्म के बारे में मौजूद गेस्ट व पत्रकारों सहित आम लोगों को फिल्म के बारे में जानकारी दी। इसके बाद फिल्म शुरू हुए फिल्म का फर्स्ट हाफ आपको बांधे रखता है जो कि दूसरे हाफ को देखने की जिज्ञासा पैदा करता है। इंटरवल के बाद दूसरा हाफ कहीं ना कहीं आपको झकझोर देगा, और एन्ड आपकी आंखें नम कर देगा। खासकर एक फौजी के जन्म पर बजने वाले ढोल और उसकी शहादत के बाद बजने वाले ढोल आपकी आंखें नम कर देंगे। फिल्म में जिस प्रकार से एक फौजी की संघर्ष व बाप बेटे के जुनून की कहानी दिखाई गई है वह कहीं न कहीं आपको फिल्म देखने को मजबूर करेगा। फिल्म का डायरेक्शन किया है नवोदित डायरेक्टर प्रमोद कुमार ने लेकिन कहीं भी वह इस फिल्म में नए नहीं दिख रहे हैं बल्कि एक मंझे हुए डायरेक्टर की तरह उन्होंने फिल्म का डायरेक्शन किया है। वही फिल्म का संगीत युवा सलमान अली को सौंपा गया है, जिन्होंने न सिर्फ गानों को बेहतरीन बोल दिए हैं, बल्कि उनके कुछ मार्मिक गीत आपको रुलाने को मजबूर करेंगे।वही फिल्म देखने आए लोगों ने फिल्म की जमकर सराहना की और कहीं ना कहीं लोगों को फिल्म देखने के लिए संदेश भी दिया।
इनपुट
नितिन कुमार
जालौन(उत्तर प्रदेश)
मनोरंजन डेस्क
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