सचिव पर लगाए गए आरोपों की हो निष्पक्ष जांच, सीएम को सौंपा ज्ञापन
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के कर्मचारी हुए लामबंद, आंदोलन की चेतावनी
जालौन (उत्तर प्रदेश)। जालौन में ग्राम विकास अधिकारी पर महिला द्वारा लगाए गए छेड़खानी के आरोप के विरोध में राज्य राज्यकर्मचारी संयुक्त परिषद लामबंद हो गया है। मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे राज्य कर्मचारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट को शिकायती पत्र सौपकार मामले की किसी सक्षम अधिकारी द्वारा निष्पक्ष जांच किये जाने की मांग की है। कर्मचारियों ने बताया कि सचिव को षणयंत्र के तहत फर्जी मामले में फंसा कर उनका चरित्र हनन किया गया है। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए प्रभावी कदम उठाए जाने की मांग की है।
जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे राज्यकर्मचारी संयुक्त परिषद के कर्मचारियों ने जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय (द्वारा सिटी मजिस्ट्रेट) को सौंपे शिकायती पत्र के माध्यम से बताया कि कोंच विकास खंड के ग्राम चमारी में सचिव नरेंद्र पटेल को षणयंत्र के तहत ग्राम प्रधान द्वारा बीती 6 जून को गांव बुलाया गया था। जहां एक महिला द्वारा सचिव की छवि धूमिल व चरित्र हनन के लिए साजिशन एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया। जिसके बाद पुलिस को बुलाकर सचिब को सुपुर्द कर दिया गया।
संगठन के अध्यक्ष रामबिहारी वर्मा व मंत्री प्रियंक सक्सेना ने कहा कि उन्होंने जिलाधिकारी से सम्पूर्ण प्रकरण की सक्षम स्तर से निष्पक्ष व पारदर्शी जांच कर सरकारी कर्मचारी की छवि धूमिल व चरित्र हनन करने वालों पर कठोर कार्यवाही किये जाने की मांग की है।जिससे कि भविष्य में कोई भी व्यक्ति ऐसा कृत्य न कर सके। उन्होंने कहा कि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो वह आंदोलन करेंगे। इस दौरान दर्जनों राज्य कर्मचारी मौजूद रहे।
इनपुट--
नितिन कुमार
हिंदी समाचार
जालौन यूपी
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